मन की बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाया जाने वाला एक मासिक रेडियो कार्यक्रम है, जो आम जनता के विचारों, उपलब्धियों और चुनौतियों पर बातचीत करने का मंच है । 29 जून 2025 को प्रसारित यह 123वाँ एपिसोड, देश के स्वास्थ्य, लोकतंत्र, आध्यात्मिकता, और आर्थिक सुरक्षा के विषयों पर केंद्रित था।
योग और अंतरराष्ट्रीय स्वीकार्यता
प्रधानमंत्री ने 21 जून को मनाए गए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की विशाल सफलता की सराहना की। उन्होंने बताया कि विश्व भर में लाखों लोगों ने योग में हिस्सा लिया, विशेषकर विशाखापट्टनम में तीन लाख से अधिक लोग एकत्रित हुए । साथ ही हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली और गुजरात सहित अन्य क्षेत्रों की भी चर्चा की गई, और विश्व के प्रमुख शहरों जैसे न्यूयॉर्क, लंदन, टोक्यो और पेरिस में भी योग के कार्यक्रम आयोजित होने की प्रसंशा की गई ।
आपातकाल : लोकतंत्र का एक अंधकारमय अध्याय
प्रधानमंत्री ने वर्ष 1975 में लगाए गए आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में इसे भारतीय लोकतंत्र की “अंधकारमय” अवधि बताया। उन्होंने कहा:
“Those who imposed Emergency did not just murder democracy but also wanted to turn the judiciary into their puppet.”
उन्होंने Morarji Desai, Atal Bihari Vajpayee और Jagjivan Ram जैसे नेताओं की ऑडियो क्लिप सम्मेलन में शामिल की, जो उस दौर की सच्चाई को बयान करती हैं । PM Modi ने जनता से आग्रह किया कि संविधान हत्या दिवस को मनाकर लोकतंत्र के रक्षाकर्ताओं को सम्मानित करें।
स्वास्थ्य में बड़ी उपलब्धियाँ : ट्रैकोमा मुक्त भारत
प्रधानमंत्री ने WHO द्वारा ट्रैकोमा (Trachoma) नामक आंखों की संक्रामक बीमारी से भारत को आज़ाद घोषित करने की घोषणा की है।
साथ ही स्वच्छ भारत अभियान (Swachh Bharat Abhiyan) और जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission)
महत्त्वपूर्ण मिशन थे, जिससे देश के ग्रामीण हिस्सों तक स्वच्छता और पानी की पहुंच में सुधार हुआ ।
सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक सुधार
PM Modi ने ILO की रिपोर्ट का हवाला दिया कि अब भारत की करीब 64% आबादी सरकारी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जुड़ी है और लगभग 95 करोड़ लोग लाभान्वित हो रहे हैं, जो 2015 में 25 करोड़ था।
यह तथ्य दर्शाता है कि भारतीय आर्थिक सुरक्षा मॉडल में व्यापकता और समावेशन हुआ है।
आध्यात्मिक यात्राओं की पुनरारंभ
प्रधानमंत्री ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के पुनः आरंभ होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और आगामी अमरनाथ यात्रा (3 जुलाई से) की शुभकामनाएँ दीं ।
उन्होंने इस तरह के धार्मिक अभियान को “एक-भारत श्रेष्ठ-भारत” भावना का प्रतीक बताते हुए इसे मानवता, भाईचारे और सेवा के संदेश से जोड़कर देखा ।
पॉज़िटिव बदलाव की कहानियाँ
यह एपिसोड सिर्फ बड़े विषयों तक सीमित नहीं था बल्कि PM Modi ने देशभर से प्रेरणादायक लोकल-स्तर की कहानियाँ भी साझा कीं जैसे:
- बोडोलैंड (असम): यहां फुटबॉल टूर्नामेंट ने नए उत्साह का संचार किया जहां 3,700 टीमों, 70,000 खिलाड़ियों और महिलाओं की उच्च भागीदारी देखी गई।
- मेघालय: वहां की Eri Silk को GI टैग मिला, जो अहिंसक उत्पादन और स्थानीय कारीगरों के लिए बड़े अवसर लेकर आया ।
- तेलंगाना: भद्राचलम की महिलाएँ विकास की दिशा में अग्रसर हो रही हैं।
- कर्नाटक: कल्बुर्गी की महिलाएँ Jowar रोटी ब्रांडिंग करके खुद को सशक्त बना रही हैं ।
- मध्य प्रदेश: सुमा यूइक (Suma Uike) ने मशरूम खेती से ‘Didi Canteen’ और ‘Thermal Therapy Centre’ की शुरुआत की जो स्वावलंबन की अनूठी मिसाल है।
भारत–वियतनाम बौद्ध साझेदारी
PM Modi ने वियतनाम यात्रा में भगवान बुद्ध की पवित्र अवशेष के दर्शन का उल्लेख किया जिसे 9 स्थानों पर रखा गया और 1.5 करोड़ से अधिक लोगों ने इसके दर्शन किए ।
यह भारत की सांस्कृतिक कूटनीति, वैश्विक धार्मिक संवाद और युद्ध-रोधी संदेश का प्रतीक है, जिसका निर्धारण दोस्ती और सहयोग के रूप में होता है।
समापन : संदेश और निष्कर्ष
123वें मन की बात एपिसोड ने योग, स्वास्थ्य, लोकतंत्र, आध्यात्मिकता, स्थानीय विकास और वैश्विक साझेदारी जैसे मल्टीडायमेंशनल पहलुओं को सुंदर रूप से संबोधित किया।
123वाँ मन की बात सिर्फ एक रेडियो प्रोग्राम नहीं, बल्कि यह देश की संस्कृति, स्वास्थ्य, लोकतांत्रिक और आर्थिक प्रगति को प्रस्तुत करने का माध्यम है। एक ओर जहां हमने योग और स्वास्थ्य में नए कीर्तिमान देखे, वहीं लोकतंत्र की रक्षा, आर्थिक सुरक्षा योजना, आत्मनिर्भरता और वैश्विक साझेदारी भी उजागर हुई। यह एपिसोड प्रेरणा, ज्ञान के साथ साथ आगे बढ़ने का जुनून भी प्रदान करता है।
यह भी देखें:’